Shakti Plus की शुरुआत एक सरल विचार से हुई—ऐसा आयुर्वेदिक फ़ॉर्मूला तैयार करना, जो आधुनिक पुरुष की ऊर्जा-जरूरतों को बिना रासायनिक साइड-इफ़ेक्ट पूरी कर सके। दिल्ली-एनसीआर के युवा आयुर्वेद विशेषज्ञों और फ़ार्मेसी साइंस ग्रॅजुएट्स ने दो साल के शोध-अध्ययन के बाद पाँच क्लासिक औषधियों (सफ़ेद मूसली, अश्वगंधा, शिलाजीत, गोक्षुरा और कौंच बीज) का वह अनुपात खोजा, जो कम-से-कम 90 दिन के भीतर स्थायी परिणाम देता है।
प्राकृतिक विज्ञान से हर पुरुष को जोश, सहन-शक्ति और आत्म-विश्वास लौटाना” यही हमारा मूल उद्देश्य है। हम मानते हैं कि आयुर्वेद पुरातन ज्ञान नहीं, बल्कि आज की लाइफ़स्टाइल की समस्याओं का मौलिक समाधान है।
नैसर्गिक शक्ति-वर्धक
100 % शुद्ध आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों—सफ़ेद मूसली, अश्वगंधा, शिलाजीत, गोक्षुरा व कौंच बीज—का संतुलित फॉर्मूला, जो शरीर को प्राकृतिक रूप से ताक़त और सहन-शक्ति देता है।
टेस्टोस्टेरोन संतुलन
सक्रिय वनस्पति तत्व पुरुष-हार्मोन स्तर को बनाए रखने में सहायक, जिससे ऊर्जा, मांसपेशी विकास और आत्म-विश्वास में सुधार महसूस हो।
बेहतर रिकवरी व प्रदर्शन
जिम-प्रेमियों के लिए विशेष लाभ: तेज़ मांसपेशी रिकवरी, अधिक पंप और लंबी वर्कआउट सेशन में थकान में कमी।
सुपाच्य व हल्का
कैप्सूल में कोई कृत्रिम फ़िलर, बाइंडर या परिरक्षक नहीं। शाकाहारी सेलूलोज़ शेल, ग्लूटेन-मुक्त और सोया/डेयरी रहित—पेट पर हल्का, पाचन-दोस्त।
इस उम्र में मुझे सुरक्षित लेकिन प्रभावशाली चीज़ चाहिए थी। शक्ति प्लस ने वो जोश वापस ला दिया जिसे मैं भूल ही गया था, वो भी बिना किसी साइड-इफ़ेक्ट के।
अधिकांश उपभोक्ता 7–10 दिन में हल्की ऊर्जा-वृद्धि और स्पष्टता महसूस करते हैं। लगातार 3–4 सप्ताह सेवन करने पर सहन-शक्ति, मूड तथा प्रदर्शन में पूर्ण लाभ दिखता है।
हाँ, यह शुद्ध हर्बल है, बिना जीएमओ और GMP प्रमाणित संयंत्र में निर्मित। इसमें कोई स्टेरॉयड या कृत्रिम उत्तेजक नहीं है। सुझाई गई मात्रा का पालन करें; यदि कोई चिकित्सकीय समस्या हो तो डॉक्टर से सलाह लें।
यह उत्पाद पुरुष हार्मोन संतुलन के लिए बनाया गया है; महिलाओं पर परीक्षण नहीं हुआ है। गर्भवती, स्तनपान कराने वाली या गर्भधारण की योजना बना रही महिलाएँ बिना चिकित्सकीय सलाह के इसका सेवन न करें।
अश्वगंधा और शिलाजीत सामान्यतः सुरक्षित हैं, परंतु ये रक्तचाप या मधुमेह की दवाओं के असर को बढ़ा सकते हैं। यदि आप पर्चे की दवाएँ लेते हैं, तो आरंभ करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
बिल्कुल। कैप्सूल पूरी तरह पौध-आधारित सेलुलोज़ से बने हैं, इनमें कोई पशु-उत्पाद नहीं है, और यह ग्लूटेन, सोया तथा डेयरी से मुक्त हैं।
रोज़ाना नाश्ते के बाद गुनगुने पानी के साथ दो कैप्सूल लें। यदि आप एथलीट हैं या चिकित्सकीय निगरानी में हैं तो दिन में दो बार दो कैप्सूल लिए जा सकते हैं। 24 घंटे में चार कैप्सूल से अधिक न लें।
हर 3 महीने बाद 1–2 सप्ताह का अंतराल लेना अच्छा माना जाता है ताकि शरीर ताज़ा हो सके, हालाँकि निर्भरता की कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है।
निर्देशानुसार सेवन करने पर दुष्प्रभाव दुर्लभ हैं। कुछ उपयोगकर्ताओं को शुरुआती दिनों में हल्का पाचन-कष्ट हो सकता है, जो सामान्यतः स्वयं ठीक हो जाता है।
हाँ। सफ़ेद मूसली और गोक्षुरा मांसपेशी रिकवरी व सहन-शक्ति बढ़ाते हैं, जबकि शिलाजीत ऊर्जा चक्र को सक्रिय करता है—जिससे आप अधिक वजन उठा पाएँ और शीघ्र रिकवर करें।